"मसीह में एक जवान कैसा होना चाहिए?"

"मसीह में एक जवान कैसा होना चाहिए?" एक मसीही जवान को अपने जीवन में मसीह के स्वरूप को प्रतिबिंबित करने वाला होना चाहिए। उसका चरित्र पवित्रता, प्रेम, नम्रता और आज्ञाकारिता से भरा होना चाहिए, जैसा कि 1 तीमुथियुस 4:12 में लिखा है – “कोई तुझे तेरी जवानी के कारण तुच्छ न समझे, परन्तु तू विश्वासियों के लिये वचन, चालचलन, प्रेम, विश्वास और पवित्रता में आदर्श बन जा।” मसीही जवान को दुनियावी प्रलोभनों से बचकर आत्मिक बातों में मन लगाना चाहिए। वह प्रार्थना, परमेश्वर के वचन का अध्ययन, और संगति में दृढ़ रहकर अपने विश्वास में बढ़ता है। वह अपने शब्दों, कामों और सोच में यीशु मसीह की गवाही देता है और अपने आसपास के लोगों के लिए एक प्रेरणा बनता है। एक सच्चा मसीही जवान सिर्फ खुद की नहीं, बल्कि परमेश्वर की महिमा और दूसरों की भलाई की चिंता करता है। मसीह में एक जवान होना सिर्फ उम्र से संबंधित नहीं है, बल्कि आत्मिक परिपक्वता, प्रतिबद्धता और पवित्र जीवन जीने की इच्छा से जुड़ा है। जब एक युवक या युवती अपने जीवन को यीशु मसीह को समर्पित करता है, तो उसका उद्देश्य केवल सफलता या आनंद पाना नहीं होता, बल्कि प...